महाराष्ट्र के इस स्कूल में कक्षा 1 से 4 तक की क्लासेज़ हैं, लेकिन स्कूल में सिर्फ एक ही विद्यार्थी है। इस विद्यार्थी को पढ़ाने के लिए स्कूल में एक ही शिक्षक है। दोनों लोग राष्ट्रगान गाते हैं और फिर कार्तिक को उसके शिक्षक पढ़ाते हैं।
जहां एक ओर कई छात्र सरकारी स्कूलों से मुंह मोड़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कार्तिक हर रोज समय से स्कूल में अपनी पढ़ाई पूरी करने और कुछ कर दिखाने के इरादे से स्कूल पहुंचता है।
इस विद्यार्थी को पढ़ाने के लिए स्कूल में एक ही शिक्षक है। चूंकि इस स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या नहीं है इसलिए केवल एक विद्यार्थी को शिक्षा दी जाती है।