सिब्तैन रजा ने घर पर बूढ़ी दादी और चाचा के साथ रहकर पढ़ाई की, अपनी परीक्षा की तैयारी के लिए उन्होंने स्व अध्ययन को ही रास्ता बनाया। 

 न महंगा स्कूल न कोई कोचिंग गांव के माहौल में रहकर पढ़ने वाले सिब्तैन की हर कोई तारीफ कर रहा है।

घर में रहकर सात से आठ घंटा पढ़ाई करके बिहार बोर्ड परीक्षा टॉपर लिस्ट में आने वाले सिब्तैन को लेकर हर कोई यही कह रहा है कि गुदड़ी के लाल ने कमाल कर दिया।

 मुजफ्फरपुर में अनपढ़ मजदूर पिता के बेटे ने बिहार बोर्ड की दसवीं की परीक्षा में 10वां रैंक हासिल करके तमाम छात्रों के सामने नजीर पेश की है।

 गांव के सरकारी स्कूल से पढ़े सिब्तैन ने बिहार बोर्ड की परीक्षा की तैयारी घर में रहकर की उसके पिता चटकल (जूट मिल) में मजदूरी का काम करते हैं।

सिब्तैन रजा ने घर पर बूढ़ी दादी और चाचा के साथ रहकर पढ़ाई की अपनी परीक्षा की तैयारी के लिए उन्होंने स्व अध्ययन को ही रास्ता बनाया।

 न महंगा स्कूल न कोई कोचिंग गांव के माहौल में रहकर पढ़ने वाले सिब्तैन की हर कोई तारीफ कर रहा है।

 घर में रहकर सात से आठ घंटा पढ़ाई करके बिहार बोर्ड परीक्षा टॉपर लिस्ट में आने वाले सिब्तैन को लेकर हर कोई यही कह रहा है।

 उसका आगाज बता रहा है कि वो बहुत बड़ा अध‍िकारी बनेगा गुदड़ी के लाल ने कमाल कर दिया।

इसमें मुजफ्फरपुर के सिब्तैन रजा ने 476 अंकों के साथ 10वी रैंक हासिल की है।