RPSC Second Grade Exam जीन पियाजे से सम्बंधित प्रश्न जो की परीक्षा में पूछे जा सकते हैं अभी पढ़ लेवें
RPSC Second Grade Exam 2022 दिसम्बर माह में आयोजित की जाएगी, हम आपके लिए RPSC Second Grade Exam 2022 के लिए मनोविज्ञान के महत्वपुर्ण प्रश्न लेकर आये हैं जिनको पढने से आप परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगे मनोविज्ञान के महत्वपूर्ण 20 प्रश्न आयेंगे. लगभग 9700 पोस्ट पर Second Grade परीक्षा आयोजित की जाएगी.
RPSC Second Grade Exam जीन पियाजे से सम्बंधित प्रश्न
Question- ‘दो गिलासों में समान मात्रा में जल है परंतु रीना सोचती है कि लम्बे गिलास में ‘छोटे और चौडे’ गिलास से अधिक जल है। जीन पियाजे के अनुसार, रीना की सोच का आधार क्या है ?
(1) केन्द्रीयता (Cetration)
(2) क्रमबद्धता (Seriation)
(3) संरक्षणता (Conservation)
(4) परिपक्वता (Maturation)
Answer-1
Question- पियाजे के संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत के अनुसार, प्रतिवर्तीयता- ‘किसी क्रिया को उलटे क्रम में कर पाना’ किस चरण की बुनियादी उपलब्धि है ?
(1) संवेदीगामक चरण (Sesorimotor)
(2) पूर्व संक्रियात्मक चरण (Pre operational)
(3) मूर्त संक्रियात्मक चरण (Concrete Operational)
(4) औपचारिक संक्रियात्मक चरण (Formal Operational)
Answer-3
Question- ‘किस अवस्था में बच्चे वस्तु स्थायित्व की समझ तो बना लेते। हैं परंतु यह नहीं समझ पाते कि क्रियाएं परिवर्तनीय हैं और उनके निर्णय चीजों की मौजूदा दिखावट पर निर्भर करते हैं ? ‘
(1) संवेदी – चालक (Sesori-motor) |
(2) पूर्व – संक्रियात्मक (Pre-operational) |
(3) मूर्त-संक्रियात्मक (Concrete operational)
(4) अमूर्त-संक्रियात्मक (Formal operational) |
Answer-2
Question- ‘पूर्व संक्रियात्मक अवस्था के बच्चों के लिए शिक्षक को-
(1) मूर्त संसाधनों व बहुत सी दृश्य-श्रव्य सामग्री का प्रयोग करना चाहिए। (use cocrete props and a lot of audio-visual materials.)
(2) जटिल पदानुक्रमित संबंधों को दिखाते हुए चित्रों का प्रयोग करना ___ चाहिए। (depict hierarchical relationship through complex diagrams.)
(3) अमूर्त समस्याओं पर काम करने के लिए कहना चाहिए। (give abstract problems to work upon.)
(4) परिकल्पनात्मक सोच वाली समस्याओं को सुलझाने के मौके मुहैया कराने चाहिए
Answer-1
RPSC Second Grade Exam जीन पियाजे से सम्बंधित प्रश्न
Question- ‘ निम्नलिखित में से कौन-सा युग्म सही मिलान हैं ?
(1) शैशवावस्था में बच्चा- तर्क को लागू करता है और अनुमान लगाने में सक्षम होता है। (Ifant-Applies logic and is able to infer)
(2) पूर्व संक्रियात्मक अवस्था में निगमनात्मक व तार्किक सोच प्रारंभ हो जाती है। (Pre-operational child-Deductive and logical thought emerges)
(3) मूर्त संक्रियात्मक अवस्था में बच्चा- वर्गीकरण व संरक्षण कर पाता है। (Concrete operational child – Is able to conserve and classify
( 4) अमूर्त संक्रियात्मक अवस्था में बच्चा- अनुकरण की शुरूआत, कल्पनात्मक खेल करना शुरू करता है।
Answer-3
Question- पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत के अनुसार, स्वयं व पर्यावरण के बीच संतुलन) की ‘खोज की प्रक्रिया क्या कहलाती हैं ?
(1) साम्यीकरण (equilibratio)
(2) संगठन (organization)
(3) समावेशन (assimilation)
(4) समायोजन (accommodation)
Answer-1
Question- सीता का साईकिल चलाने से पूर्व अनुभव के आधार पर स्कूटर चलाने के तरीकों में बदलाव करना क्या कहलाएगा? ‘
(1) समावेशन (Assimilatio) ‘
(2) संतुलन/साम्यधारणा (Equilibrium)
(3) समायोजन (Accommodation) |
(4) असंतुलन/असाम्यधारण (Disequilibrium)
Answer-3
Question- ………….…….अवस्था में बच्चे लाक्ष्णिक कार्य करना प्रारंभ कर देते हैं और उनमें भाषा कौशल तेजी से विकसित होता है ?
(1) अमूर्त-संक्रियात्मक (Formal Operatioal)
(2) मूर्त-संक्रियात्मक (Concrete Operational)
(3) पूर्व-संक्रियात्मक (Preoperational)
(4) संवेदीगाम/पेशीय (Sensori-motor)
Answer-3
Question- एक 5 वर्ष की बच्ची यह तर्क करने में विफल रहती है कि जब पानी लंबे और संकीर्ण गिलास से एक चौड़े बर्तन में स्थानांतरित किया जाता है तो पानी की मात्रा समान रहती है। पियाजे के अनुसार इसका क्या कारण है?
(1) वह प्रतिवर्ती सोच नहीं रखती।। (She canot reverse her thinking)
(2) वह लक्ष्य-निर्देशित व्यवहार नहीं कर सकती। (She cannot do goal-directed behaviour)
(3) वह प्रतीकों का इस्तेमाल नहीं कर सकती। (She cannot symbolize)
(4) वह नकल नहीं कर सकता
Answer-1
Question- अपने लंबे मगर कम चौड़े गिलास में नींबू पानी के स्तर की ओर इशारा करते। हुए सारा अपनी बहन को चिढ़ाती है कि उनके पिताजी ने उसे ज्यादा नींबू पानी दिया है। उसकी बहन किसी भी तरह की प्रतिक्रिया नहीं देती है, क्योंकि उसने अपने पिता को उसके गिलास से सारा के गिलास में नींबू पानी डालते हुए देखा है और वह जानती है कि दोनों गिलासों में नींबू पानी का मात्रा एक समान है। इस संदर्भ में सारा क्या प्रदर्शित करती है ?
(1) केन्द्रीकरण (Cetration)
(2) जीववाद (Amimation)
(3) क्रमबद्धता (Seration)
(4) वर्ग समावेशन (Class inclusion)
Answer-1
Question- पियाजे के अनुसार, विकास के किस काल में बालक वस्तुओं के लिए प्रतीकों का इस्तेमाल करने लगते हैं और तार्किक मानसिक समझ उभरने लगती हैं ?
(1) पूर्व-संक्रियात्मक काल (Pre-operatioal Stage)
(2) मूर्त संक्रियात्मक काल (Concrete Operational Stage)
(3) उत्तर संक्रियात्मक काल (Post – Operational Stage)
(4) औपचारिक संक्रियात्मक काल (Formal Operational Stage)
Answer- 1
Question- मूर्त-संक्रियात्मक अवस्था के बच्चों के लिए एक शिक्षिका को–
(1) अमूर्त संरचनाओं से सरोकार करने के लिए खूब अभ्यास करवाना चाहिए । (Gove a lot practive to deal with abstract cocepts)
(2) वस्तुओं और विचारों को जटिल से वर्गीकृत करने के मौके मौहा कराने चाहिए। (Provide opportunities to classify objects and ideas on increasingly complex levels)
(3) ऐसी समस्याएँ देनी चाहिएं जो उच्च-स्तरीय मूर्त सोच पर आधारित हों। (Presen problems that require higher order abstract thinking)
(4) ऐसी समस्याएँ देनी चाहिएं जो तर्कपूर्ण वैज्ञानिक समझ की आवश्यकता हो
Answer-2
RPSC Second Grade Exam जीन पियाजे से सम्बंधित प्रश्न
Question- जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के किस चरण पर बच्चा समझ बना लेता है कि प्रतीकों का इस्तेमाल वस्तुओं को प्रतिनिधित्व करने के लिए किया जा सकता है अगर बच्चे के सामने साईकिल नहीं है ‘तब भी साईकिल शब्द सुनकर उसके मस्तिष्क में एक प्रतिबिंब बन जाता है ?
(1) पूर्व-परंपरागत अवस्था (Pre-coventional stage)
(2) पूर्व संक्रियात्मक अवस्था (Pre-operational stage)
(3) मूर्त संक्रियात्मक अवस्था (Concrete operational stage)
(4) अमूर्त संक्रियात्मक अवस्था (Formal operational stage)
Answer-2
Question- पाँच साल की बच्ची क्या कर सकती है ?
(1) संभावित कारणों और उनके प्रभावों की परिकल्पना (hypothesise possible causes ad their effects.)
(2) घटनाओं की वैज्ञानिक रूप से जाँच करने के लिए जटिल प्रयोगों की योजना बनाना (design complex experiments to scientifically investigate phenomena.)
(3) प्रतीकात्मक और अमूर्त तर्कीकरण (do symbolic and ab stract reasoning.)
(4) लक्ष्य निर्देशित व्यवहार व प्रतिकात्मक खेल की शुरूआत
Answer- 4
Question पावलव के प्रयोग में, कुत्ता न केवल मांस सीधे मुंह में रखने से लार टपकाता है, किन्तु इससे पहले भी अर्थात् जब सीढ़ियों से नीचे आने वाले प्रशिक्षक के कदमों की आवाज सुनता है। इस संवृत्ति को कहा जाता है
- विलोपन
- बिना शर्त प्रोत्साहन
- अनुकूलित उत्तेजना
- तत्परता
Answer-3
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पठन अभ्यास के के दौरान अपने स्वयंपाठी के द्वारा उपहास होने के द्वारा एक छात्रा सार्वजनिक जगह पर बोलने से डरना शुरू करती है, शास्त्रीय अनुबंधन पदों में उसका नये रूप से अर्जित भय इस पर होगा –
- अनुबंधित प्रतिक्रिया
- अनुबंधित उद्दीपन
- प्रतिबंधित प्रतिक्रिया
- प्रतिबंधित उद्दीपन
Answer-1
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